कोरोना अभंग. कवी- विलास देवळेकर


                            २९ जून २०२०
कोरोनाच्या मागे | अती शहाणा |
नसे पाहुणा | धडधाकट || १ ||


बेसावधांना | थोडसं ताप |
चिंतेत बाप | आयसोलेशन || २ ||


बाहेरचे वेड | मुर्खांना शोभती |
घरच्यांना धासती | कोरोनाने || ३ ||


आर्थिक कणा | देईन व्याज |
भागवेन तळप आज | लाॅकडाऊनमध्ये || ४ ||


दवाखान्यात | लागेल वेळ |
नशिबाचा खेळ | मोठा बील || ५ ||


तुरटीचा खडा | हळदीचं सुत्र |
आवळा लिंबू संत्र | इम्युनिटी || ६ ||


तोंडास मास्क | हात धुवणे |
अंतर ठेवणे | माणुसकीला || ७ ||


सिथिल झाले | बाजारात गर्दी |
पोलिसांची वर्दी | नसे फटके || ८ ||


जीवाचे हाल | नोकरीवर मंदी |
दुकानदारांची चंदी | उपासमारी || ९ ||


सामाजिक संस्था | डॉ. ची किंमत   |
अधिकाऱ्यांची हिंमत | अन्नदान || १० ||


नसे औषध | सकस आहार खाता |
स्वच्छ राहता | शिकविले || ११ ||


ना भेदभाव | जरी श्रीमंत |
गोतावळ्यांची खंत | स्मशानात || १२ ||


काही कुटुंब | वेळेवर निजावे |
योग- व्यायामावे | नित्यक्रम || १३  ||


वाढी संख्या | होते जगावर |
आता मनावर | आत्मनिर्भर || १४  ||


नको प्राॅपर्टी | जोडीतो कर |
देवळेकर | आरोग्य धनसंपदा || १५ ||
विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल !!!!


घरात रहा
एकमेकांची काळजी घ्या
मनाने- शरिराने निरोगी रहा !
हरी हरी हरी !!!!


आपला आजचा दिवस घरात आनंदात जावो !!
पांडुरंग  पांडुरंग पांडुरंग !!!!


             ~@ देवळेकर महाराज 🙏
                          ( मुंबईकर )